
उन्नाव। सपा के पूर्व राज्यमंत्री स्वर्गीय फतेहबहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह द्वारा दलित युवती की हत्या कर आश्रम के निकट ही शव को गड्ढे में दबा दिए जाने के मामले में दिवंगत की मां ने पूर्व में हुए दो बार के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंतर होने से पुलिस द्वारा गड़बड़ी कराए जाने की संभावना जताते हुए बोर्ड गठित कर तीसरी बार पोस्टमार्टम कराने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इसके साथ ही डीएम को पत्र भेजकर जिला कारागार में बंद आरोपित रजोल सिंह व उसके साथी सूरज को किसी अन्य जेल में स्थानांतरित करने की मांग डीएम से की है।
बताते चलें स्वर्गीय सपा नेता पूर्व सपा शासन काल में मंत्री रहे स्वर्गीय फतेहबहादुर ङ्क्षसह का पुत्र रजोल ङ्क्षसह आठ दिसंबर को शहर के एक मोहल्ला की दलित युवती को अपने साथ ले गया था और साथी सूरज ङ्क्षसह के साथ मिलकर उसकी हत्या कर शव को पिता के आश्रम के निकट खाली प्लाट के एक गड्ढे में दफन कर दिया था। काफी दिनों तक पुलिस ने सुनवाई नहीं को दलित युवती की मां ने लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कार के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। उसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की थी। गत 10 फरवरी को आरोपी सूरज की निशानदेही पर पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमार्टम कराया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगा दिवंगत युवती की मां ने डीएम को प्रार्थनापत्र दे पुन: लखनऊ के फारेंसिक विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी। डीएम के आदेश पर नगर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का दोबारा पोस्टमार्टम हुआ था।
दोनों पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंतर होने पर स्वजन ने हंगामा किया था। अफसरों ने काफी समझाबुझा कर शव का अंतिम संस्कार कराया था। दोनों पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंतर होने से दिवंगत के स्वजन ने मांग उठाई थी कि मजिस्ट्रेट को नियुक्त कर पुन: बोर्ड गठित कर पोस्टमार्टम कराया जाए। लेकिन अधिकारियों ने उसे शांत करा दिया था। अब मृतका की मां ने हाईकोर्ट में प्रार्थनापत्र देकर मांग की है कि हत्या से पहले बेटी से दुष्कर्म किया गया था। पुलिस के दबाव में पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदल दी गई इस लिए तीसरी बार मजिस्ट्रेट की देखरेख बोर्ड गठित कर पोस्टमार्टम कराए जाने का आदेश दिया जाए।
आरोपितों को दूसरे जिले की जेल भेजने की मांग
दिवंगत युवती की मां ने डीएम को पत्र भेजकर मांग की है कि जेल में बंद आरोपित रजोल ङ्क्षसह व उसके साथी को सुविधाएं दी जा रहीं हैं। आरोपित मोबाइल की सुविधा तक उपभोग कर रहे हैं। वह गवाहों को धमकी देकर विवेचना प्रभावित कर रहे हैं। इस लिए उन्हें किसी दूसरी जेल भेजा जाए। इसके साथ ही दिवंगत के पिता ने एसपी से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। डीएम रवींद्र कुमार ने कहा कि अभी मुझे पत्र नहीं मिला है। दिवंगत युवती के पिता ने बताया कि डीएम के न मिलने पर आनलाइन शिकायती पत्र भेजा है।