
कानपुर। टाटमिल चौराहे के पास 30 जनवरी की रात हादसे में छह लोगों की मौत और नौ लोगों के घायल होने की घटना के बाद ई-बस चालकों के लिए एक और सख्त नियम लागू किया गया है। इसके लिए मंडलायुक्त ने आदेश जारी किया है। मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने कहा कि कई चालक बस चलाते समय फोन का इस्तेमाल करते है, जो सुरक्षा की दृष्टि से उचित नहीं है। उन्होंने निर्देश दिया कि बस चलाते समय में चालक का फोन परिचालक अपने पास रखें। उन्होंने समस्त इलेक्ट्रिक और सीएनजी सिटी ब़सों के अंदर व बाहर सिटी बस हेल्प लाइन नंबर, डायल 112, संबंधित निजी बस चालक एजेंसी के कंट्रोल रूम का नंबर लिखवाने के निर्देश दिए। ताकि यात्री हेल्पलाइन नंबर पर तत्काल सूचना दे सकें।
चालकों का होगा ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट : इलेक्ट्रिक बसों के सीसीटीवी कैमरों की वीडियो रिकार्डिंग का बैकअप डाटा एक सप्ताह के अंतराल में कापी कराकर तीन माह के लिए कम्प्यूटर पर सुरक्षित रखने, शहर के ठहराव वाले स्थान पर चेकिंग टीम को चालकों व परिचालकों का ब्रीथ एनेलाइजर टेस्ट करने, बसों का बीच सड़क पर गलत प्रवृत्ति से रूकना, सवारी भरना, चलाना एवं अन्य समस्त बिंदुओं की जांच करने के निर्देश दिए। चार्जिंग डिपो में मंडलायुक्त ने चेकिंग पंजिका में पकड़ी गड़बड़ी, जिम्मेदारों को चेतावनी दी
चार्जिंग डिपो में चेकिंग पंजिका में पकड़ी गड़बड़ी : इलेक्ट्रिक बस दुर्घटना का प्रकरण सामने आने के बाद केसीटीएसएल अधिकारी अब हर बारीकी पर नजर रख रहे हैं। घटना की दोबारा पुनरावृत्ति न हो, इसकी व्यवस्था बनाने के लिए गुरुवार को मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड, आरटीओ के अधिकारी व निजी एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ अहिरवां स्थित इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग डिपो का निरीक्षण किया। उन्होंने बसों के नियमित चेकिंग पंजिका की जांच की जिसमें उन्हें गड़बड़ी मिली। मंडलायुक्त को पंजिका में चेकिंग प्वाइंट पर ओके अलग पेन से, टिप्पणी अलग पेन से व चेकिंगकर्ता रूप में हस्ताक्षर अलग पेन से किया हुआ मिला। इस पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई।