
कानपुर वासियों के लिए अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ में बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) की सुविधा उपलब्ध
– उत्तर प्रदेश का पहला प्राइवेट अस्पताल, जहां बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध है
– उच्च व कड़े मापदंडों का पालन किया जाता है, ताकि मरीज की बोन मैरो ट्रांसप्लांट के बाद इन्फेक्शन फ्री रिकवरी सुनिश्चित हो
Network Today
कानपुर, 30 जुलाई 2022: अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल लखनऊ में बोन मैरो ट्रांसप्लांट, हेमेटोलॉजी व पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजी की सुविधा उपलब्ध है। यह जानकारी कानपुर में आयोजित एक प्रेसवार्ता में अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल लखनऊ के सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर्स ने दी। अभी तक इन गम्भीर बीमारियों का इलाज कराने के लिए मरीजों को दिल्ली-मुम्बई जैसे शहरों का रुख करना पड़ता था। इसके चलते इलाज के खर्च के साथ-साथ मरीजों और उनके परिजनों को वहां की यात्रा, रहने, खाने-पीने का अतिरिक्त खर्च भी उठाना पड़ता था।
डॉ सुनील दबड़घाव, सीनियर कंसलटेंट – हेमटोलॉजी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट, अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ ने बताया, “अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल लखनऊ में बोन मैरो ट्रांसप्लांट के साथ साथ बच्चों के कैंसर का इलाज भी उपलब्ध है। हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजी में मासूमों के जटिल से जटिल कैंसर का इलाज होता है। बच्चों में होने वाले ब्लड कैंसर ल्यूकेमिया, लिंफोमा व अप्लास्टिक एनीमिया का इलाज हॉस्पिटल में उपलब्ध है। हॉस्पिटल में कीमोथेरेपी व रेडियशन घेरेपी के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध है।”
अपोलोमेडिक्स अस्पताल के हेमेटोलॉजी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट विभाग की कंसलटेंट डॉ. प्रियंका चौहान ने बताया, “बोन मेरो ट्रांसप्लांटेशन (बीएमटी) या स्टेम सेल ट्रांसप्लांट एक प्रक्रिया है जिसमें रोग ग्रस्त या क्षतिग्रस्त बोन मेरो के स्थान पर एक स्वस्थ रक्त उत्पादक बोन मेरो को ट्रांसप्लांट किया जाता है। इसकी आवश्यकता तब पड़ती है जब बोन मेरो ठीक तरह से काम करना बंद कर दे और पर्याप्त मात्रा में स्वस्थ रक्त कोशिकाओ का उत्पादन ना करे। बोन मैरो ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया एक जटिल प्रक्रिया है और इसके लिए एक सुपरस्पेशलिस्ट टीम की आवश्यकता होती है। हमें यह बताते हुए प्रसन्नता होती रही है कि इस ट्रांसप्लांट के लिए जरूरी सभी संसाधन व सुविधाएं अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल में एक छत के नीचे ही मौजूद हैं।”
डॉ अनिल शर्मा, एसोसिएट कंसलटेंट, हेमेटोलॉजी व पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजी, अपोलोमेडिक्स, हॉस्पिटल ने कहा, “ज्यादातर मामलों में बच्चे को कैंसर होने का कोई विशेष कारण नहीं होता है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि बचपन में होने वाले कैंसर का इलाज किया जा सकता है और अधिकांश मरीज ट्रीटेबल होते हैं। अपोलोमेडिक्स अस्पताल में बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन सुविधा की शुरुआत के साथ हम उन मरीजों को नया जीवन देने में सक्षम हैं जिन्हें बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) की जरूरत पड़ती है।
इस अवसर पर अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के सीईओ व एमडी डॉ मयंक सोमानी ने अपने संदेश में कहा, “अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल एक विश्वसनीय नाम और उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा प्राइवेट अस्पताल है,जहां गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपपब्ध है। हॉस्पिटल के पास न सिर्फ उच्च योग्यता प्राप्त बोन मेरो ट्रांसप्लांट व पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञों की टीम है बल्कि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए बहुत ही कड़े मानदंड का पालन होता है, ताकि बोन मेरो ट्रांसप्लांट के बाद मरीजों की पूरी सतर्कता के साथ देखभाल हो सके।”
डॉ सोमानी ने कहा, “अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल लखनऊ में हम एक ही छत के नीचे सभी सुपरस्पेशलिटी मेडिकल सेवाएं प्रदेश व आस पास के लोगों को मुहैया करवा रहे हैं। किडनी ट्रांसप्लांट, लिवर ट्रांसप्लांट, ब्रेन स्ट्रोक मैनेजमेंट, सभी प्रकार के कैंसर के सम्पूर्ण इलाज के साथ साथ विश्वस्तरीय आईसीयू एवं 24×7 इमरजेंसी व ट्रामा की सुविधा अब लखनऊ में ही उपलब्ध है जिसके लिए पहले लोगों को दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों की और रुख करना पड़ता था। हाल ही में हमारी टीम ने लिविंग डोनर व कैडवर डोनर से मिले किडनी व लिवर का सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया है।”